પુષ્ઠો

શુક્રવાર, 2 જાન્યુઆરી, 2015

नदी में पानी मीठा रहता हैं
क्योंकि वो पानी देती रहती हैं,


सागर का पानी खारा रहता हैं
क्योंकि वो पानी लेता रहता हैं....

अपना जीवन भी वैसा ही हैं।

देतें रहेंगे तो मीठे लगेंगे।।।।
लेतें रहेंगे तो खारे लगेंगे।।।।

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